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Tuesday, 30 October 2018

कश्मकश!








ज़ीस्त की कश्मकश से कुछ राहत है…
और दिल को ज़रा सुकून है इन दिनों !

किसी और ज़ख्म की फिर जुस्तजू है…
नया इश्क़ एक नया जुनून है इन दिनों !

***



ज़ीस्त: ज़िन्दगी; कश्मकश: संघर्ष; सुकून: चैन; जुस्तजू: तलाश; जुनून: उन्माद

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